
आज़ाद पत्रकार न्यूज। मुंबई, पानी हर जीव की मुख्य जरूरतों में से एक है, इसपे हर जीव को अपना हक़ मिलना चाहिए। इसका बाज़ारीकरण पृथ्वी पर जी रहे सभी जीव -जंतुओं को मुश्किल में डाल सकता है। भविष्य में पानी के लिए दूसरों पर आश्रित होना, इंसानों को कई तरह की मुश्किलों में डाल सकता है, यह वाक्या – कुदरत की मार झेल रहे बुंदेलखंड के लोगों को मुसीबत बन गया है, उन्हें कुदरत के साथ- साथ जल माफियाओं के आतंक से भी जूझना पड़ता है। प्रकृति के संरक्षण पर आधारित फिल्म में अभिनेत्री बिदिता बाग ने वैजन्ती की भूमिका निभाई है। जेनी दीपायन ने फ़िल्म को डायरेक्ट किया और कहानी, पटकथा और संवाद ओमराज पाण्डेय ने लिखे हैं। डी.डी सिनेविज़न के बैनर तले फ़िल्म का निर्माण हुआ है। बुंदेलखंड से ताल्लुक रखने वाले अभिनेता गोविंद नामदेव ने अपनी भूमिका से सामाजिक विषय को और जीवंत बना दिया है। फ़िल्म क्लाइमेट चेंज पर आधारित फीमेल ओरिएंटेड फ़िल्म है। फ़िल्म बूँद – ए ब्लू डायमंड में मानव जीवन में जल की महत्ता और देश में मौजूदा जल संकट की स्थिति से आम जनमानस को अवगत कराएगी और बिकराल स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक उपायों, जैसे वर्षा जल का संचयन, जिसे फिल्म के माध्यम से जनता तक पहुंचाने का काम करेगी और नई पीढ़ी को जल संरक्षण के महत्व से परिचित कराएगी। अनियोजित अंधाधुंध शहरीकरण के कारण बारिश का पानी जमीन के अंदर प्रवेश बाधित हो गया है। जिससे भू-जल का स्तर बारिश में भी नहीं बढ़ता और उस पर बढ़ती आबादी के आवश्यकता से ज्यादा पानी का इस्तेमाल और बर्बादी लगातार भू-जल स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे है।पानी हर जीव की मुख्य जरूरतों में से एक है, इसपे हर जीव को अपना हक़ मिलना चाहिए। इसका बाज़ारीकरण पृथ्वी पर जी रहे सभी जीव -जंतुओं को मुश्किल में डाल सकता है। भविष्य में पानी के लिए दूसरों पर आश्रित होना, इंसानों को कई तरह की मुश्किलों में डाल सकता है, यह वाक्या – कुदरत की मार झेल रहे बुंदेलखंड के लोगों को मुसीबत बन गया है, उन्हें कुदरत के साथ- साथ जल माफियाओं के आतंक से भी जूझना पड़ता है। प्रकृति के संरक्षण पर आधारित फिल्म में अभिनेत्री बिदिता बाग ने वैजन्ती की भूमिका निभाई है। जेनी दीपायन ने फ़िल्म को डायरेक्ट किया और कहानी, पटकथा और संवाद ओमराज पाण्डेय ने लिखे हैं। डी.डी सिनेविज़न के बैनर तले फ़िल्म का निर्माण हुआ है। बुंदेलखंड से ताल्लुक रखने वाले अभिनेता गोविंद नामदेव ने अपनी भूमिका से सामाजिक विषय को और जीवंत बना दिया है। फ़िल्म क्लाइमेट चेंज पर आधारित फीमेल ओरिएंटेड फ़िल्म है। फ़िल्म बूँद – ए ब्लू डायमंड में मानव जीवन में जल की महत्ता और देश में मौजूदा जल संकट की स्थिति से आम जनमानस को अवगत कराएगी और बिकराल स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक उपायों, जैसे वर्षा जल का संचयन, जिसे फिल्म के माध्यम से जनता तक पहुंचाने का काम करेगी और नई पीढ़ी को जल संरक्षण के महत्व से परिचित कराएगी। अनियोजित अंधाधुंध शहरीकरण के कारण बारिश का पानी जमीन के अंदर प्रवेश बाधित हो गया है। जिससे भू-जल का स्तर बारिश में भी नहीं बढ़ता और उस पर बढ़ती आबादी के आवश्यकता से ज्यादा पानी का इस्तेमाल और बर्बादी लगातार भू-जल स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे है।